- दाना तूफान के बारे में:
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान को दाना नाम सऊदी अरब ने दिया है। दाना अरबी शब्द है और हिंदी भाषा में इस शब्द का मतलब है – अनमोल उपहार या उदारता। हिंदू धर्म ग्रंथों में दाना का मतलब दानव यानी राक्षस से लिया जाता है, लेकिन अरबी भाषा में इसका मतबल बिल्कुल विपरीत है। अगर किसी आंधी की गति 62 किमी प्रति घंटे से अधिक है तो इसे एक विशेष नाम देना जरूरी हो जाता है। इस तूफान के कारण 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली तूफानी हवाएं चलेंगी, जो तबाही मचा सकती हैं। - चक्रवात का अलर्ट जारी होते ही सभी देश एक-एक नाम भेजते हैं। इन नामों की लिस्ट विश्व मौसम विज्ञान संस्था द्वारा जारी करके सुझाव मांगे जाते हैं। जिस एक नाम पर सबसे ज्यादा देशों की सहमति बनती है, उस नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाती है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन/संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत) द्वारा साल 2000 में चक्रवाती तूफानों को नाम देने की परंपरा शुरू की गई थी।
- उस समय समिति में 8 देश बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड शामिल थे। आगे चलकर इसमें 5 और देश ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन जुड़ गए। अप्रैल 2020 में 169 चक्रवातों की नामों की सूची जारी की गई थी, जो इन्हीं 13 देशों के सुझावों के आधार पर तैयार की गई। प्रत्येक देश ने 13 नामों के सुझाव दिए थे। इन 13 नामों में से जिस एक को बहुमत मिलता है, वह नाम चक्रवाती तूफान को दे दिया जाता है।
- ओडिशा और बंगाल में तूफान से बचाव की व्यापक तैयारियां की गई हैं। इस साइक्लोन का असर ओडिशा से लेकर बंगाल, बिहार और झारखंड तक देखा जा सकता है। पुरी में तूफान के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच सतह से टकराने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात का रूप धारण कर 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा की ओर बढ़ रहा है। 24-25 अक्टूबर की रात-सुबह यह पुरी समुद्रतट और बंगाल के सागरद्वीप तट से टकराएगा। इस दौरान हवा की गति 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटे हो सकती है।