मानव विकास संस्थान और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा 26 मार्च, 2024 को जारी ‘भारत रोजगार रिपोर्ट 2024’ के अनुसार भारत में काम की तलाश में लगे कुल बेरोजगारों में 83% युवा हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 2000-2019 के दौरान दीर्घकालिक गिरावट के बाद हाल के वर्षों में भारत में समग्र श्रम बल भागीदारी, कार्यबल भागीदारी और रोजगार दरों में सुधार हुआ है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में भारत की आबादी में 27% युवा थे और 2036 तक यह संख्या घटकर 21% हो जाएगी और प्रति वर्ष 70 से 80 लाख युवा कार्यबल में जुड़ जाएंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में युवाओं का रोजगार (Youth Employment), वयस्कों के रोजगार (Adults Employment) की तुलना में काफी हद तक खराब गुणवत्ता वाला है। साथ ही कमजोर व्यवसायों या अनौपचारिक क्षेत्रों में युवाओं के नियोजित होने की संभावना अधिक है। सबसे अधिक युवा बेरोजगारी दर स्नातक डिग्री वाले युवाओं में है और पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक है। वे महिलाएं जो रोजगार, शिक्षा या प्रशिक्षण में संलग्न नहीं हैं, का अनुपात उनके पुरुष समकक्षों की तुलना में लगभग 5 गुना अधिक (48.4% बनाम 9.8%) है।