ग्लोबल साउथ शिखरवार्ता में 123 देशों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा 21 राष्ट्राध्यक्षों, 118 मंत्रियों और 34 विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में चीन और पाकिस्तान को आंमत्रित नहीं किया गया था।
- विभिन्न देशों के नेताओं ने सुरक्षा परिषद सहित विभिन्न विश्व संस्थाओं को समावेशी बनाने पर जोर दिया तथा आतंरिक मामलों में अन्य देशों के हस्तक्षेप पर चिंता व्यक्त की।
- बैठक में गाजा और यूक्रेन के हालात का भी जिक्र हुआ। गाजा में मानवीय त्रासदी पर विशेष रूप से चिंता व्यक्त की गई। इसमें इन देशों ने युद्ध विराम की जरूरत पर बल दिया।
- जयशंकर ने कहा कि बैठक में यह सामान्य भावना थी कि संयुक्त राष्ट्र व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। सभी 190 सदस्यों के बीच पूरी तरह सहमति संभव नहीं है। लेकिन हमारी राय है कि सभी देशों को सुधार के संबंध में आगे आना चाहिए। इस संबंध में विचार-विमर्श की आवश्यकता है।